COVID 19 Pandemic BLog
My Covid Story
धमाक !!!!!!!!!
धक से कर गया कलेजा, मोबाइल उठाकर समय देखा तो रात के 2:12 हो रहे थे, कैसी आवाज आई यह ,भय का बुलबुला हृदय की झील में बुदबुदा उठा , फिर से आवाज की प्रतीक्षा करते हुए मन में कई ख्याल आने लगे। बाहर बारिश हो रही थी। वर्षा घुंघरू पहने किसी धीमी सी धुन पर नृत्य कर रही थी। वर्षा आई हो और समीर ना आए , उसका मन भी उतावला हो उठता है ..वर्षा को देख कर। अति उत्साह में कुछ ऐसे प्रदर्शन कर उठता है कि हम जैसों की नींद आधी रात में टूट जाए और…….Read More
कोविड-19 आपदा और भय
क्लैब्यं मा स्म गमः पार्थ नैतत्त्वय्युपपद्यते।
क्षुद्रं हृदयदौर्बल्यं त्यक्त्वोत्तिष्ठ परन्तप।।
हे पार्थ, कायर मत बनो। यह तुम्हारे लिये अशोभनीय है, हे ! परंतप हृदय की क्षुद्र दुर्बलता को त्यागकर खड़े हो जाओ, युद्ध करो।।कठिन परिस्थितियों में गीता ने सदैव मानव जाति का मार्गदर्शन किया है और जीवन कुरुक्षेत्र में संघर्ष को प्रेरित किया है।आज भी वैश्विक परिदृश्य एक महायुद्ध सा प्रतीत होता है। एक अदृश्य शत्रु के क्रूर आक्रमण ने वैवस्वत के वंशजों के अस्तित्व पर प्रहार किया है। इसके द्वितीय आक्रमण में इसने मानव की दो दुर्बलताओं भय एवं चिंता को अपने नियंत्रण में कर अपनी शक्ति में विस्तार किया है। नाभि से हृदय तक और हृदय से धमनियों के माध्यम से प्रत्येक मानव कोशिका तक पंहुच, उन्हें अचेतन कर यह भय रूपी दानव मन मस्तिष्क को जड़ बना देता है,और शेष रह जाते है चिंता व अवसाद जो कि किसी घनघोर अनहोनी की आशंका के अंधकार से …….. Read More